अपराधियों को ढूंढ कर सलाखों के पीछे भेजने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस इन दिनों भैंसों को ढूंढने में लगी हुई है और भैसों को ढूंढने में न सिर्फ थाना पुलिस बल्कि सर्विलांस टीम भी एढ़ी चोटी का जोर लगाए हुए है। सुन कर आप भी हैरान हो गए होंगे लेकिन ये सच है। एक दौर में सपा के कद्दावर नेता आजम खां की चोरी गई 7 भैंसों को तलाशने में यूपी पुलिस ने पूरा जोर लगा दिया था. यहा घटना करीब 11 साल पहले की है. पुलिस ने सभी भैंसों को बरामद भी कर लिया था. अब फिर से पुलिस इसी तरह मेरठ की एक महिला की चोरी हुई 5 भैंसों को ढूंढने में जुट गई है. इसके लिए सर्विलांस टीम के अलावा परतापुर पुलिस को भी लगाया गया है. पशुओं के सहारे ही महिला का घर-परिवार चलता है. रोजी-रोटी का जरिया छिनने पर वह थाना पुलिस के पास पहुंची. यहां उसकी परेशानी किसी ने नहीं समझी.
दरअसल, मामला मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र के घाट गांव का है. यहां रहने वाली महिला मैत्री 5 भैंसे पाल रखी थी. इनके निकले दूध को बेचकर ही उनका और उनके परिवार का गुजारा होता था जहाँ 3 सितंबर को मैत्री नाम की महिला के घर के घेर से देर रात चोरों ने 5 भैंसों को चोरी कर फरार हो गए थे। घरवाले जब सुबह भैंसों के दूध निकालने को आंख खुली तो घेर से 5 भैंसों के गायब होने पर परिवार के होश उड़ गए। परिवार ने इधर-उधर तलाश की, लेकिन इसके बावजूद मवेशियों का पता नहीं चल पाया.
थक-हारकर महिला और परिवार के लोग थाना परतापुर पहुंच कर पुलिस से भैंसे चोरी की घटना की वारदात के बारे में बताया और चोरी की शिकायत कर मामला दर्ज कराया। पुलिस ने खानापूर्ति करते हुए पीड़ित को आश्वासन देकर घर भेज दिया. महिला रोजाना थाने के चक्कर काटती रही पुलिस उसे रोज आश्वासन देकर घर भेज देती. महिला शुक्रवार को भी थाने पहुंची. पुलिस ने फिर से वहीं रवैया अपनाया. इस महिला पुलिस से भिड़ गई. कहा कि भैंसों का पता लगाना पुलिस की जिम्मेदारी है.
इसके बाद मामला एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह तक पहुंचा. उन्होंने महिला की पीड़ा समझी. जल्द चोरों को गिरफ्तार करने और जानवरों को वापस दिलाने का आश्वासन दिया. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि भैंस चोरी के मामला संज्ञान में है. थाना परतापुर पुलिस और सर्विलांस टीम लगी हुई है. कुछ इनपुट मिला है. फिलहाल पुलिस भैसों की चोरी करने वाले चोरों की तलाश में है जैसे ही कोई बड़ा सबूत हाथ लगता है तुरंत कार्यवाही की जायेगी। पुलिस अपना काम पूरी जिम्मेदारी से कर रही है।