गंगोह- हजरत कुतबे आलम का उर्स शुरू होने से एक सप्ताह पहले होने वाली रस्म तौशा शरीफ बुधवार को संपन्न हो गई। कार्यक्रम में अनेक लोगों ने भाग लिया।
दरगाह परिसर में होने वाली रस्म तौशा शरीफ पर सज्जादा नशीन महताब आलम ने प्रकाश डाला। उन्होने बताया कि हजरत मौहम्मद साहब की शिक्षा के अनुसार अखलाक, किरदार, मोहब्बत व इंसानियत के उसूलों पर चलकर इन बुजुर्गों को ऊंचा मुकाम मिला। कार्यक्रम की शुरूआत नात-ए-पाक से हुई। दरगाह पर लंगर का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन नोमान मसूद, ख्वाजा सुहेल, आरिफ खान, सलीम फरीदी, खालिद कुद्दुसी, डा. इस्लाम, शादाब साबरी, आसिफ कुद्दुसी, अज़हर मियां, नौशाद चौधरी, राशिद वकील, मुदस्सिर समेत सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया। तौशा शरीफ की रस्म में दूर दराज से आए लोग भी शामिल रहे। इससे पहले सुबह के समय हजरत कुतबे आलम की दरगाह पर गुस्ल की रस्म अदा की गई। इस कार्यक्रम में भी भीड़ रही। उधर मोहल्ला मखदूम जहां शाह कुरेश मियां के आवास पर भी कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। हजरत कुतबे आलम, शेख दाउद, शेख सादिक, मामू मौला बख्श, शेख अबु सईद की दरगाहों पर हो रही तैयारियां अंतिम चरण में हैं। पीर-फकीरों का आना भी शुरू हो गया है। जायरीनों के ठहरने के स्थान भी तैयार कर दिए गए हैं।