भरतपुर
यूपी के हाथरस में हुआ हादसा ,लोगो ने बताया आखों देखा हाल…
भरतपुर – हादसे में डीग जिले के कुम्हेर थाने के गांव साबोरो निवासी राजेन्द्री पत्नी परसादी जाटव की हुई मौत, कुछ देर में शव को लाया जाएगा कुम्हेर अस्पताल, कुम्हेर सीएचसी पर होगा पोस्टमार्टम, साबोरा गांव से 6 महिला गई थी सत्संग में, जिनमें से एक की हुई है मौत, डीग-कुम्हेर विधायक डॉ. शैलेश दिगम्बर ने दी जानकारी,
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में साकार हरि बाबा का सत्संग के दौरान मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। जिसमें राजस्थान के भरतपुर और डीग जिले की तीन महिला घायल हो गई.जिसमे से डीग जिले की घायल महिला ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. जानकारी के मुताबिक भरतपुर और डीग से 800 से अधिक लोग इस सत्संग में शामिल होने गए थे.
मिली जानकारी के अनुसार फुलरई गांव में साकार हरि बाबा का सत्संग में शामिल होने के लिए विजय नगर कॉलोनी, कुम्हा, दयोपुरा गांव,कुम्हेर, से बस गई थी। बाकी लोग अपनी छोटी गाड़ियों से गए थे.
सत्संग में हुई भगदड़ के दौरान भरतपुर की दो और डीग जिले की एक महिला घायल हो गई. जिनमें से से डीग जिले के कुम्हेर थाने के गांव साबोरा निवासी राजेन्द्री पत्नी परसादी जाटव ने अस्पताल में इलाज कर दौरान दम तोड दिया.इसके अलावा मलाह गांव की एक महिला रानी घायल हो गई। उसे एटा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इसके अलावा एक महिला भी घायल हुई है.डीग-कुम्हेर विधायक डॉ. शैलेश दिगम्बर ने दी जानकारी के अनुसार मृत महिला के शव को कुम्हेर अस्पताल थोड़ी देर में लाया जाएगा जंहा पोस्टमार्टम कराया जायेगा.महिला के गांव से 6 महिला गई सत्संग में गई थी.
सुल्तान सिंह ने बताया कि सत्संग में मौजूद थे और सत्संग के समापन के बाद जब बाबा वहां से निकल गए थे तो लोग उनके दर्शन और सड़क पर पड़े पैरों के निशान को छी रहे थे. इस दौरान वहां भगदड़ मची और कुछ लोग दलदल में फंस गए। जो लोग दलदल में फंसे हुए थे उन के ऊपर से लोग निकलते चले गए। इन लोगों ने बताया कि सत्संग में करीब 1 लाख के आसपास भीड़ थी। हम लोग जसवंत नगर से इको गाड़ी से 9 लोग गए थे.
महिला दर्शनी ने बताया कि हम सत्संग के बाद एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए थे कुछ पुलिस वाले एक लड़की को भीड़ में से निकाल कर ला रहे थे और हमने पूछा तो कहा गर्मी के कारण यह बेहोश हुई है. उसके बाद एक महिला को भी लेकर के आए. हम लोगों ने सोचा कि गर्मी से हमारी हालत खराब है तो यह लोग भी घबरा गए होंगे. हम लोग वहां से निकलने वाले थे तो उसी जगह कुछ लोग मौत की बात कह रहे थे। लेकिन मैंने उनकी बातों पर विश्वास नहीं किया और वहां अग्निशमन भी आई थी तो मैंने सोचा कहीं आग लग गई होगी। जब हम लोग अपनी गाड़ियों में बैठ गए तब मोबाइलों पर हम लोगों ने मौत की खबर सुनी और हम लोग कांप गए.