सिरदर्द एक ऐसी समस्या है जो किसी को भी हो सकती है। लेकिन समस्या तब शुरू होती है जब लोगों को बार-बार सिरदर्द होने लगता है। कभी-कभी यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि व्यक्ति न तो ठीक से सो पाता है और न ही जाग पाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो आप गैस्ट्रिक सिरदर्द से पीड़ित हो सकते हैं। गैस्ट्रिक सिरदर्द का संबंध पेट से होता है। इसमें पेट में गैस बनती है जो धीरे-धीरे सिर तक बढ़ जाती है और उसके बाद सिरदर्द शुरू हो जाता है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आइए हम आपको बताते हैं कि गैस्ट्रिक सिरदर्द क्या है और इससे कैसे राहत पाई जा सकती है।
गैस्ट्रिक सिरदर्द क्या है?
गैस्ट्रिक सिरदर्द में व्यक्ति को सिरदर्द के साथ-साथ गैस की समस्या भी हो जाती है। यह समस्या अपच, खराब पाचन, विशेषकर पेट और आंतों की समस्याओं के कारण उत्पन्न होती है। जब खाना नहीं पचता तो पेट में गैस बनने लगती है, जिससे सिर के एक तरफ दर्द होने लगता है।
गैस्ट्रिक सिरदर्द के लक्षण
समुद्री बीमारी और उल्टी
पेट में दर्द या ऐंठन
पेट फूलना और गैस
अपच और एसिड भाटा
दस्त या कब्ज
इन कारणों से होता है गैस्ट्रिक सिरदर्द
खराब खाना खाने से गैस्ट्रिक सिरदर्द हो सकता है। बहुत अधिक खाना खाने से भी यह समस्या हो सकती है जिससे असुविधा और सिरदर्द हो सकता है। मसालेदार भोजन खाने से पेट में जलन हो सकती है, जिससे सूजन और सिरदर्द हो सकता है। पर्याप्त पानी न पीने से निर्जलीकरण हो सकता है, जिससे गैस्ट्रिक सिरदर्द हो सकता है। मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव भी गैस्ट्रिक सिरदर्द का एक कारण है।
गैस्ट्रिक सिरदर्द के लिए ये घरेलू उपचार आज़माएँ:
पुदीना चाय: एक कप पुदीना चाय पीने से तनाव कम होता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिससे पेट की खराबी और अपच का इलाज हो सकता है।
तुलसी के पत्ते: 6-7 तुलसी के पत्ते चबाने से पेट की सूजन और गैस कम हो सकती है, जिससे सिरदर्द से राहत मिल सकती है।
नींबू और गर्म पानी: नींबू और गर्म पानी तनाव और पेट की खराबी से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
सौंफ: सौंफ के बीज सूजन, सीने में जलन, गैस और भूख न लगने की समस्या से राहत दिला सकते हैं।
कैमोमाइल: कैमोमाइल में सूजनरोधी गुण होते हैं जो पेट की ऐंठन से राहत दिला सकते हैं
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)