दिल्ली में जल्द चुनाव कराने की पार्टी की मांग दोहराते हुए आप नेता गोपाल राय ने मंगलवार को कहा कि जब तक अरविंद केजरीवाल को जनता भारी बहुमत से नहीं चुन लेती, तब तक आतिशी ही मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालेंगी।
दिल्ली के मंत्री गोपाल राय का बयान
दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ‘जब अरविंद केजरीवाल इस्तीफा देने का फैसला किया तो आज विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अगले चुनाव तक, जो हम जल्द से जल्द अक्टूबर-नवंबर में कराना चाहते हैं और जनता अरविंद केजरीवाल को भारी बहुमत से दिल्ली का सीएम बनाती है, आतिशी नए सीएम के रूप में जिम्मेदारियों को निभाएंगी।’
आज केजरीवाल देंगे इस्तीफा
उन्होंने कहा, ‘आतिशी को यहां के विधायकों ने दो जिम्मेदारियां दी हैं। पहली, भाजपा की बाधाओं के बावजूद काम जारी रखना और दूसरी, दिल्ली की जनता को आम आदमी पार्टी के हथकंडों से बचाना।’ गोपाल राय ने आगे कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री आज अपना इस्तीफा दे देंगे और उसके बाद नई सरकार सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।
दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत का बयान
केजरीवाल के उत्तराधिकारी के रूप में आतिशी के चयन के बाद मीडिया से बात करते हुए दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, ‘सभी ने सर्वसम्मति से आतिशी के नाम पर सहमति व्यक्त की।’ बता दें कि गहलोत को पहले सीएम पद संभालने के लिए संभावित उम्मीदवार के रूप में भी देखा जा रहा था।
केजरीवाल ने अपने उत्तराधिकारी पर किया फैसला
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पार्टी विधायकों की बैठक में अपने उत्तराधिकारी के रूप में आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा। रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी स्थित अपने आवास पर विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने यह प्रस्ताव रखा और विधायकों ने इसका समर्थन किया।
केजरीवाल ने की थी इस्तीफे की घोषणा
शनिवार को केजरीवाल ने घोषणा की कि वे इस्तीफा दे देंगे और तब तक मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहेंगे जब तक दिल्ली के लोग उन्हें ईमानदार घोषित नहीं कर देते। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में फरवरी में होने वाले चुनावों से पहले इस साल नवंबर में चुनाव कराने की भी मांग की है।केजरीवाल ने कहा कि अगर जनता उन्हें फिर से चुनती है तो यह उनकी ईमानदारी का प्रमाणपत्र होगा। उन्होंने कहा कि वे महाराष्ट्र की तरह ही जल्द चुनाव कराने की मांग करेंगे।