सुल्तानपुर शुभांगी एडवांस लैप्रोस्कोपिक सेंटर के संस्थापक डाॅ.राजेश गौतम (सर्जन)द्वारा शल्य चिकित्सा में कुछ ना कुछ प्रयोग हमेशा से किया जाता रहा है, प्रयोग सफल होने के बाद उसका लाभ भी मरीजों को जबर्दस्त तरीके से मिलता रहा है,लंबे समय से शुभांगी एडवांस लैप्रोस्कोपिक सेंटर के संस्थापक डां. राजेश गौतम(सर्जन)सर्जरी में मरीजों के लिए कम खर्च और समय की बचत को लेकर कुछ और बेहतर करने का प्रयास व प्रयोग विशेषज्ञों की टीम बनाकर कर रहे थे,इस प्रयास को सफलता मिलने में लगभग एक वर्ष का समय लगा, कई सफल आप्रेशन करने के बाद डां.राजेश गौतम ने बताया की सर्जरी के बाद मरीज को 24 घंटे में डिस्चार्ज करना बड़ा रिस्क था, कई मरीजों का आप्रेशन करने के बाद विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम मरीज को अपने (observation) में रखकर उसकी स्थित पर नज़र बनाए रखा,जब टीम पूर्णरूप से संतुष्ट हो गई फिर हमने आप्रेशन के 10 घंटे बाद हल्का (नाश्ता/चाय/बिस्किट)देना शुरू किया,मरीज का स्वयं उठकर अपने परिजनों से बातचीत करना, तब विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम को लगा की प्रयास और प्रयोग सफल है, उसके बाद से अब आप्रेशन के 24 घंटे बाद मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया जा रहा है, डां.गौतम ने बताया की सर्जरी में मरीज के शरीर से खून बिल्कुल भी नही निकलता और मरीज को अस्पताल में हफ्ते 10 दिन रोककर उसका बिल नही बढ़ाया जाता, नई तकनीक से होने वाली सर्जरी में मरीजों आर्थिक लाभ तो होता ही है,साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी बहुत तेजी से मिलता है।